गर्भ के दौरान आपके फूड में नमक की मात्रा कितनी हो

एक बार सोचकर देखिए कि आपके खाने में सबकुछ है, सिवाय नमक के…अजीब लग रहा है ना। क्योंकि खाने में से कोई भी स्पाइस मिस हो चल जाता है लेकिन नमक के बिना खाना खाना संभव नहीं हो पाता है। यह तो हुई नमक से मिलनेवाले स्वाद की बात। लेकिन आपको यह भी जान लेना चाहिए कि जरूरत से अधिक नमक का सेवन हमारे शरीर के लिए बहुत अधिक हानिकारक होता है। खासतौर से गर्भवती महिलाओं को तो नमक का सेवन बहुत ही संतुलित मात्रा में करना चाहिए।


गर्भावस्था और नमक का सेवन
हालांकि डॉक्टर्स यह बात लगातार कहते रहते हैं कि गर्भवती महिलाओं को संतुलित आहार लेना चाहिए। उनके खान-पान में पोषण का पूरा ध्यान रखना चाहिए ताकि होनेवाला बच्चा स्वस्थ और निरोग हो। लेकिन अक्सर इस बात पर चर्चा होती है कि क्या गर्भवती महिलाओं को सॉल्ट का सेवन कम करना चाहिए। इस बारे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि आप संतुलित आहार लें। किसी भी चीज का जरूरत से अधिक या जरूरत से कम सेवन ही परेशानी का कारण बनता है। अगर गर्भवती महिलाओं को ब्लड प्रेशर से संबंधित किसी तरह की समस्या नहीं है तो वे नमक का नियमित लेकिन संतुलित सेवन अपनी डायट में कर सकती हैं।


अधिक नमक खाने से परेशानी
एक्सपर्ट्स का मानना है कि गर्भवती महिलाएं अगर जरूरत से अधिक नमक का सेवन करती हैं तो उनके शरीर में पानी तथा सूजन आने से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। जबकि अब अधिकांश एक्सपर्ट्स मानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान शरीर के तरल पदार्थों में कुछ वृद्धि आवश्यक और सामान्य है, इनमें सोडियम क्लोराइड का भी एक सीमा में बढ़ना गर्भवती महिला के शरीर में फ्लूइड लेवल बनाए रखने में मददगार है। इसलिए विशेषज्ञों द्वारा सलाह दी जाती है कि आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं लेकिन हाईसॉल्ट फूड से दूर रहना ही ठीक है। आपकी जानकारी के लिए बता दें ज्यादातर फास्ट फूड में सोडियम क्लोराइड का लेवल बहुत हाई होता है।